Pradhan Mantri Awas Yojana
”प्रधान मंत्री आवास योजना ”का लाभ बहुत सारे परिवारों को मिला है और मिल रहा है लेकिन सबसे बड़ी विडंबना यह है की जिसे इस योजना की सबसे अधिक आवश्यकता है- यानी गांव में रहने वाले पिछड़े, भूमिहीन परिवार, जिनके पास खुद की कोई भी ज़मीन नहीं है, वो इस योजना के लाभ से बिलकुल वंचित हैं |
वैशाली जिले के राजापाकर प्रखंड के गाओं में काम करने के दौरान हमलोग बहुत सारे ऐसे भूमिहीन परिवारों से मिले हैं, जिनके पास अपनी जमीन नहीं है और उनके कथनानुसार उन्हें किसी सरकार योजना के माध्यम से भूमि या आवास के लिए कोई आर्थिक सहयोग नहीं मिला है। उनका यह भी कहना है की वो किसी और की जमीन में झोपडीनुमा घर में रहते हैं जिसके कारण उन्हें जमीन मालिक के लिए बहुत की कम पैसों में मज़दूरी करनी पड़ती है | वर्षो से ऐसे भूमिहीन परिवार इस तरह की प्रताड़ना झेल रहे हैं और कई लोग तो बंधुआ मजदूर की तरह जीवन – यापन कर रहे हैं |
प्रधान मंत्री आवास योजना के अंतर्गत भूमिहीन परिवारों को भी भूमि देकर अथवा भूमि के लिए आर्थिक मदद देकर फिर मकान के लिए आर्थिक सहयोग और ठीक इसके लिए ही बिहार राज्य में एक अलग योजना भी है जिसका नाम है ”मुख्यमंत्री वास स्थल क्रय सहायता योजना”| लेकिन ऐसा मालूम पड़ता है की इस योजना का जमीनी क्रियान्वयन बिलकुल शुन्य है | अतः इस सिलसिले में हमने राजापाकर प्रखंड के प्रखंड विकास पदाधिकारी से भी बात की और 115 ऐसे भूमिहीन परिवारों की सूचि भी उन्हें दी है | उन्होंने यह आश्वासन दिया है की सूचि में सम्मलित सभी भूमिहीन परिवारों की उचित जांच कर उन्हें वास भूमि या आर्थिक मदद दी जाएगी ।
हमे उम्मीद है की उचित कार्यवाही जल्द ही होगी किन्तु कटु सत्य तो यह है की ये समस्या सिर्फ एक प्रखंड की नहीं है, यह तो पूरे जिले, पूरे राज्य और शायद पूरे देश की समस्या है और पता नहीं उस स्तर पर कार्यवाही कब होगी!